अधिकतर बैंको के सेविंग अकाउंट में मिनियम बैलेंस मैन्टेन करने की आवश्यकता होती है। लेकिन सभी बैंको का मिनिमम बैलेंस लिमिट अलग-अलग होता है। इस लेख में सभी बैंक सेविंग अकाउंट मिनिमम बैलेंस जानेंगे और सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस कितना होना चाहिए, इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
हम सभी के बैंको में सेविंग अकाउंट करेंट अकाउंट और कई अन्य प्रकार के बैंक में अकाउंट ओपन करवाए जाते है। लेकिन अधिकतर लोगो के सेविंग अकाउंट ही बैंक में होते है। बड़ी संख्या में सेविंग अकाउंट लोगो के द्वारा खुलवाया जाता है। जोकि अलग अलग बैंको में लोग खोलते है।
सेविंग अकाउंट ओपन करके लोग अपने बचे हुए पैसो को सेविंग अकाउंट में सेव करके रखते है। जिससे ज़रुरत पड़ने पर निकालते और जमा करते है। पैसे निकालने और जमा करने के विभिन्न विभिन्न तरीके हो सकते है। जमा राशि को निकालने के लिए डेबिट कार्ड, चेक के द्वारा निकाला जा सकता है। वही जमा करने के लिए बैंक साइबर कैफ़े दूसरे व्यक्ति के नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग के द्वारा जमा कर सकते है।
लेकिन अभी सभी बैंको के सेविंग अकाउंट में खाताधारक को मिनिमम बैलेंस मेन्टेन करके चलना पड़ता है। मिनिमम बैलेंस अकाउंट में न होने पर बैंक जुर्माना भी लगाता है। जो सभी बैंको का अलग अलग होता है। आपको अपने बैंक का मिनिमम बैलेंस जान लेना चाहिए ताकि आप इस जुर्माना से बच सके।
सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस कितना होना चाहिए?
सभी सेविंग अकाउंट में मिनियम बैलेंस हमेशा रखना ज़रूरी होता है। मिनिमम बैलेंस न होने पर बैंक जीएसटी के साथ खाताधारक से जुर्माना वसूलता है। इसलिए आपको सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस रखना ज़रूरी है। शहरी क्षेत्र में और ग्रामीण क्षेत्र में अलग अलग राशि से सेविंग अकाउंट मेन्टेन करना पड़ता है।
एवरेज मिनिमम बैलेंस की बात करे 1,000-10,000 रूपये होती है। प्राइवेट बैंक में इससे अधिक 25000 रूपये मिनिमम बैलेंस रखना होता है। लेकिन आपके सेविंग अकाउंट पर निर्भर करता है। की आप किस तरह का किस बैंक में सेविंग अकाउंट ओपन कर रहे है।
ग्रामिण क्षेत्र के सरकारी बैंक और प्राइवेट बैंक के खाताधारक को कम से कम मिनिमम बैलेंस रखने का विकल्प भी बैंक देता है। अगर ग्रामीण के सरकारी बैंक में सेविंग अकाउंट ओपन करते है। तो 1000-2000 रूपये अकाउंट में रखना होगा। वही शहर के सरकारी बैंक में सेविंग अकाउंट ओपन करने पर 1000-5000 रूपये मिनिमम बैलेंस रखने की आवश्यकता होती है।
आपको यह मालूम होना चाहिए प्राइवेट सेक्टर बैंक में सरकारी बैंक से अधिक मिनिमम बैलेंस रखने की आवश्यकता पड़ती है। अगर अधिक पैसे मिनिमम बैलेंस के रूप में अकाउंट में नहीं मेन्टेन कर सकते है। तो सरकारी बैंक में सेविंग अकाउंट ओपन कर सकते है।
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SBI बैंक सेविंग अकाउंट मिनिमम बैलेंस
एसबीआई बैंक के सेविंग अकाउंट में आपको कुछ इस तरह से मिनिमम बैलेंस रखने की आवश्यकता होती है। शहरी क्षेत्र में 3000 और अर्ध शहरी क्षेत्र में 2000 और ग्रामीण क्षेत्र में 1000 रूपये मिनिमम बैलेंस के रूप में सेविंग अकाउंट में रखना होता है।
मेट्रो शहरी | 3000 |
अर्ध शहरी | 2000 |
ग्रामीण | 1000 |
बैंक ऑफ इंडिया में मिनिमम बैलेंस कितना होना चाहिए
अधिकांश बैंको के सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मैंटेन करने की आवश्यकता होती है। उसी तरह बैंक ऑफ़ इंडिया के सेविंग अकाउंट में भी मिनिमम बैलेंस रखना पड़ता है। बैंक ऑफ़ इंडिया के सेविंग अकाउंट में खाताधारक को 500 रूपये तक मेन्टेन करके रखना होता है।
- Bank Of India Saving account Minimum Balance : 500
यूनियन बैंक में मिनिमम बैलेंस कितना होना चाहिए?
यूनियन बैंक के बचत खाताधारक को भी मिनिमम बैलेंस मेन्टेन करना होगा। शहर और सेमि अर्बन, ग्रामीण, ब्रांच के खाताधारक को विभिन्न-विभिन्न राशि से अकाउंट मेन्टेन करना होता है। बिना मिनिमम बैलेंस के बैंक खाताधारक से जुर्माना भी लेता है।
मेट्रो शहरी | 500 |
अर्ध शहरी | 250 |
ग्रामीण | 100 |
बैंक ऑफ बड़ौदा सेविंग अकाउंट मिनिमम बैलेंस
बैंक ऑफ़ बरोदा के अकाउंट को भी मिनिमम बैलेंस से मेन्टेन करना होता है। अगर आपका सेविंग अकाउंट बीओबी में है। तो भी आपको मिनिमम बैलेंस मेन्टेन करके रखना होगा। लेकिन शहरी, अर्धशहरी, ग्रामीण के लिए अलग अलग हो सकता है। कुछ इस तरह
मेट्रो शहरी | 1000 – 2000 |
अर्ध शहरी | 1000 |
ग्रामीण | 500 |
HDFC बैंक सेविंग अकाउंट मिनिमम बैलेंस
एचडीएफसी एक प्राइवेट बैंक है। इस बैंक के सेविंग अकाउंट होल्डर को भी मिनिमम बैलेंस से अकाउंट मेन्टेन करने के लिए अधिक पैसो की आवश्यकता होती है। लेकिन सहरी और ग्रामीण में अलग अलग राशि से अकाउंट मेन्टेन करना होता है।
मेट्रो शहरी | 10,000 – 25,000 |
अर्ध शहरी | 5000 |
ग्रामीण | 2500 |
सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया में मिनिमम बैलेंस कितना होना चाहिए?
सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया के सेविंग अकाउंट होल्डर को भी मिनिमम बैलेंस रखने की आवश्यकता होती है। लेकिन बहुत ज्यादा मिनिमम बैलेंस सेंट्रल बैंक के अकाउंट होल्डर को रखने की आवश्यकता नहीं है। कम से कम 50 से मिनिमम बैलेंस से अकाउंट ओपन कर सकते है। और मिनिमम बैलेंस मेन्टेन न कर पाने पर कोई जुर्माना नहीं देना होता है।
पंजाब नेशनल बैंक में मिनिमम बैलेंस कितना होना चाहिए?
पीएनबी में सेविंग अकाउंट होल्डर को भी मिनिमम बैलेंस मेन्टेन करने की आवश्यकता होती है। यदि आपका अकाउंट पंजाब नेशनल बैंक में है तो भी आपको मिनिमम बैलेंस अकाउंट में रखना होगा। न रखने पर बैंक के द्वारा जुर्माना लिया जाता है।
मेट्रो शहरी | 10,000 |
ग्रामीण | 1,000 |
आईसीआईसीआई बैंक सेविंग अकाउंट मिनिमम बैलेंस
आईसीआईसीआई एक प्राइवेट सेक्टर का बैंक है। इस बैंक के सेविंग अकाउंट होल्डर को भी मिनिमम बैलेंस अधिक रखने की आवश्यकता होती है। जो शहरी अर्धशहरी, ग्रामीण के लिए अलग अलग राशि तय की गयी है।
मेट्रो शहरी | 10,000 |
अर्ध शहरी | 5,000 |
ग्रामीण | 2,500 |
जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट
अधिकांश बैंको के द्वारा जीरो बैलेंस होने पर जुर्माना लिया जाता है। यदि आपका भी किसी बैंक में सेविंग अकाउंट है। तो आपको मिनिमम 1,000 – 10,000 के बीच रखना ही होता है। यह बैंक और बैंक ब्राँच पर निर्भर करता है। की कितना मिनिमम बैलेंस अकाउंट में खाताधारक को रखना होगा। ये आपको बैंक से पता करना होगा। लेकिन सभी सेविंग अकाउंट को मिनिमम बैलेंस से मेन्टेन करना होता है।
यदि इस लेख से हेल्प मिला हो। तो कमेंट सेशन में ज़रूर बताये। इस लेख में मैंने बताया कि सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस कितना होना चाहिए, और अलग अलग बैंको में मिनिमम बैलेंस की कितना ज़रुरत होता है। इस विषय पर विस्तार से चर्चा किया है। तो बैंक वाइज मिनिमम बैलेंस का मैंने जिक्र किया है।
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