सीबीआई ऑफिसर (CBI Officer) कैसे बने?
यह एक जाँच एजेंसी है इससे साफ जाहिर होता है की इनके कार्य जाँच (Investigation) करने से जुड़े हुए होते है और उस अपराधी को जाँच करके बाहर निकालना जो मुख्य अपराधी होता है
यह एक जाँच एजेंसी है इससे साफ जाहिर होता है की इनके कार्य जाँच (Investigation) करने से जुड़े हुए होते है और उस अपराधी को जाँच करके बाहर निकालना जो मुख्य अपराधी होता है
जिओ फ़ोन का लॉक तोड़ने के लिए आपको अपने फ़ोन का हार्ड रिसेट (Hard Reset) यानि की फ़ोन फॉमेट करना होगा इसमें फ़ोन में सेव डेटा भी जा सकता है
इतने विकल्प मिल जाते है की अपना फ़ोन सिक्योर किया जा सकता है जिओ फ़ोन को सिक्योर करने के लिए चार अंक पिन या पासवर्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है।
यह पासवर्ड हर पर्टिकुलर व्यक्ति की अलग अलग होती है किसी भी अकाउंट का पासवर्ड दूसरे के साथ शेयर नहीं करते है उसे सुरक्षित अपने पास रखते है
हर बैंक के ब्रांच में मैक्सिमम मात्रा में बैंक क्लर्क होते है बैंक क्लर्क को बैंक का कोई भी काम दिया का सकता है अक्सर बैंक क्लर्क के द्वारा नगद पैसे निकलना, नगद राशि जमा, चेक क्लियर,
बैंक मैनेजर बनना चाहते है तो आपको ये भी निश्चित करना होगा की किस बैंक में मैनेजर बनना है क्योकि सारे बैंको के कर्मचारी Employee नियुक्त करने के प्रोसीज़र अलग अलग है
अपराधियों की निगरानी रखना स्थानीय नागरिको के विवादों का निरीक्षण करना और न्याय दिलाना इसके अलावा अपराधी को दण्डित करवाना गिरफ्तारी करवाना इत्यादि कार्य होते है।
जब किसी कंपनी के द्वारा एम्प्लोयी की नियुक्ति की जाती है उस एम्प्लोयी को एक पीएफ अकाउंट खोलकर पीएफ नंबर दिया जाता है जिससे वो एम्प्लोयी असानी से अकाउंट का व्यौरा जान सकता है
यूनीक नंबर होता है इसे EPFO एम्प्लोयी प्रोविडेंट फण्ड आर्गनाइजेशन के द्वारा जेनरेट किया जाता है ये नंबर लाइफ टाइम के लिए एक ही बार जेनरेट होता है
कंपनी के एम्प्लोयी के सैलरी से कुछ प्रतिशत काटा जाता है इस राशि को उसी एम्प्लोयी के EPF खाते जमा कराया जाता है अगर आप प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करते होंगे
कई बार कई लोग अपने एक नौकरी को छोड़कर दूसरी कंपनी में नौकरी करते है तब क्या करना होगा इस स्थिति में दूसरी कंपनी के द्वारा मिले मेंबर आईडी को पीएफ खाता या यूएएन नंबर से लिंक किया जाता है
ये 4 डिजिट का एक रैंडम नंबर होता है जिसे कार्ड स्वामित खुद चुन सकता है यही पिन है जो कार्ड की प्राइवेसी सुरक्षित रखता है बिना इस पिन के उस कार्ड से किसी प्रकार का कोई लेनदेन नहीं कर सकता है
स्टेटमेंट में कई प्रकार की इनफार्मेशन मेंशन होती है जिसे कोई भी देखकर बड़ी आसानी से पता कर सकता है कि किस डेट में कितने अमाउंट की ट्रांसक्शन और किस माध्यम से किस ब्रांच से कितने समय किया गया है।
CVV Number के डिजिट की बात करे तो 3 या 4 डिजिट का कोड होता है तथा ये हर डेबिट कार्ड और क्रेडिट में होता है हर ग्राहक के कार्ड का CVV Code अलग अलग होता है.
जैसे जैसे टेक्नोलॉजी का विस्तार होता जा रहा है उसी प्रकार से हमारे जीवन में बहुत सारे बदलाव भी देखने को मिल रहे है कुछ समय पहले किसी भी कम्पनी में निवेश करने