फैशन डिजाइनिंग क्या है और कैसे बने, फीस, योग्यता, कॉलेज, सैलरी
Fashion Designing का क्षेत्र कपड़ो तक सिमित नहीं है बल्कि फैशन डिजाइनिंग में ज्वेलरी, शूज, क्लोथिंग, बैग्स, मैचिंग, आदि भी आता है।
Fashion Designing का क्षेत्र कपड़ो तक सिमित नहीं है बल्कि फैशन डिजाइनिंग में ज्वेलरी, शूज, क्लोथिंग, बैग्स, मैचिंग, आदि भी आता है।
डॉक्टर बनने से जुड़े स्टूडेंट के मन में कई प्रश्न होते है। जैसे डॉक्टर कितने प्रकार के होते है डॉक्टर बनने के लिए ११वी में कौन कौन से सब्जेक्ट लेना चाहिए।
ऑनलाइन कोर्स करने वाली इंटरनेट पर कई website मौजूद है। जहा किसी खास तकनिकी पर आधारित एजुकेशनल मटेरिअल या टुटोरिअल होता है।
फैशन डिजाइनिंग कोर्स के लिए स्टूडेंट के पास कई विकल्प है। फैशन डिजाइनिंग में ग्रेजुएशन डिग्री प्राप्त कर सकते है, फैशन में डिप्लोमा कोर्स कर सकते है
आईआईटी उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त करने के लिए सार्वजानिक संस्थान है। आईआईटी संस्थानों से हर इंजीनियर अपनी पढाई पूरी करना चाहता है।
इंजीनियरिंग करने के लिए आईआईटी सबसे प्रसिद्ध संस्थान है। लेकिन आईआईटी में सभी स्टूडेंट को प्रवेश मिल पाना मुश्किल होता है।
मेडिकल क्षेत्र में इन कोर्सो के अतिरिक्त कई कोर्स उपलब्ध है। जिसे स्टूडेंट 2 – 3 वर्षो की अवधि में पूरा करके अपना करियर मेडिकल फील्ड में सेट कर सकते है।
जानवरो के डॉक्टर बनने के लिए स्टूडेंट को कोर्स करना पड़ता है। जानवरो के डॉक्टर बनने के लिए कई कोर्स उपलब्ध है।
बीएफए कोर्स आर्ट स्टूडेंट करना काफी पसंद करते है। क्योकि बीएफए कोर्स करके अलग अलग क्षेत्रो में करियर बनाया जा सकता है।
हर स्टूडेंट चाहता है की उसे एक अच्छा प्रोफेशनल जॉब मिले जिसमे वेतन भी अच्छा हो। जिससे स्टूडेंट अपने जीवन को अपने तरीके से जी सके।
व्यवसाय और संगठन के क्षेत्र में मैनेजमेंट उसे कह सकते है जो उपलब्ध संसाधनों के माध्यम से व्यवसाय को सिस्टमैटिक तरीके से संचालित करना
वैसे पीएफ अकाउंट में जमा राशि को निकालने के लिए दो विकल्प है। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से विथड्रावल फॉर्म भर सकते है।
टीचर बनने से पहले यह समझना आवश्यक होगा। की वह की कौन सा टीचर बनना चाहता है। टीचरो को तीन भागो में बाटा गया है।
सरकारी स्कूलो में टीचर बनने के लिए कौन-कौन से कोर्स करने होंगे। इस विषय पर विस्तृत कई स्टूडेंट को जानकारी नहीं होती है।
पीजीटी क्वालीफाई करने के लिए स्टूडेंट को सालो तैयारी करनी पड़ती है। पीजीटी की परीक्षा आसान नहीं होती है। पीजीटी क्वालीफाई करने के लिए चार पड़ाव है।