मास कम्युनिकेशन कोर्स वर्तमान समय में काफी पॉपुलर है। बहुत सारे स्टूडेंट मास कम्युनिकेशन कोर्स करना चाहते है। लेकिन इस विषय पर अधिक ज्ञान न होने के कारण कई स्टूडेंट इस कोर्स को करने से पीछे रह जाते है। लेख में Mass communication in hindi- मास कम्युनिकेशन क्या है और कैसे करे. इसके अतिरिक्त इस विषय पर विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगे।
आज के इस आधुनिक युग में मीडिया कम्युनिकेशन के क्षेत्र में काफी अवसर स्टूडेंट को मिल जाते है। यही कारण है अधिकतर स्टूडेंट इस पाठ्यक्रम में दिलचस्पी रहे है। बड़ी तादाद में विद्यार्थी Mass Communication Course करना चाहते है। लेकिन कई स्टूडेंट को इस कोर्स से जुडी विशेष जानकारी से रूबरू नहीं होते है।
हर स्टूडेंट अपनी पढाई किसी एक क्षेत्र में करियर बनाने या नौकरी प्राप्त करने के लिए करते है। जो विद्यार्थी अपने इंटरेस्ट के हिसाब से पाठ्यक्रम चुनते है और पढाई करते है। जिसके पीछे विद्यार्थी काफी मेहनत और संघर्ष करते है। ताकि पढाई पूरी करके वह किसी अच्छे पद पर नौकरी प्राप्त करके अपना जीवन व्यतीत कर सके।
अगर आप भी 12वी की पढाई पूरी कर चुके है। और मीडिया कम्युनिकेशन क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है। या टेलेविजन, रेडिओ, प्रिंटिंग मीडिया, सोशल मीडिया कम्युनिकेशन, पत्रकार के रूप में अपना भविष्य देख रहे है। तो यह लेख आपको काफी हेल्प करेगा।
Mass communication in hindi – मास कम्युनिकेशन कोर्स इन हिंदी
Mass Communication का हिंदी अर्थ जनसंचार होता है। यह मीडिया कम्युनिकेशन का माध्यम है। न्यूज़ या किसी इनफार्मेशन को आदान-प्रदान यानि प्रसारण करना होता है। दर्शको तक मीडिया प्लेटफार्म के जरिये इनफार्मेशन का प्रसारण (Broadcast) करने को ही मास कम्युनिकेशन कहा जाता है।
मास कम्युनिकेशन को पूरी दुनिया में आज बढ़ता हुआ देख जा सकता है। इसके लिए स्टूडेंट को सालो पढाई करनी होती है। जिसमें कम्युनिकेशन को Creative तरीके से News या Information को Broadcast करना और सुव्यवस्थित ढंग दर्शको के सामने पेश करना मास कम्युनिकेशन में पढ़ाया जाता है।
Mass Communication में विद्यार्थी को मीडिया से जुडी सम्पूर्ण जानकारी दी जाती है। जैसे मीडिया ला और एथिक, सब्जेक्ट की रीसर्च, ब्राडकास्टिंग, मीडिया की प्लानिंग एंड स्ट्रैटिजी, इंटनेट, मीडिया प्लेटफार्म, सोशल मीडिया प्लेटफार्म, टीवी चैनल, डिजिटल मीडिया, के अलावा मीडिया से जुड़े कई अन्य विषय पर मीडिया की जानकारी मास कम्युनिकेशन कोर्स में स्टूडेंट दी जाती है।
आज के इस इंटरनेट के ज़माने में मीडिया प्लेटफार्म का काफी इजाफा हुआ है। जिसमे कई मीडिया प्लेटफार्म की बढ़ोत्तरी हुयी है। आज के समय में दर्सको तक किसी भी information को पहुंचाना मीडिया के लिए काफी Simple हो गया है। और दर्सको को information मिलने में भी बड़ी आसानी हो गयी है।
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मास कम्युनिकेशन क्या है – Mass communication kya hai?
मास कम्युनिकेशन इनफार्मेशन प्रसारण करने का एक अहम् भूमिका निभाता है। वर्तमान में मास कम्युनिकेशन के जरिये से किसी भी News समाचार को दर्सको तक पहुंचाया जाता है। इसके कई प्रकार होते है। जिसके माध्यम से आम नागरिको की बात दुनियाभर में प्रसारण की किया जाता है। साथ ही सरकार के द्वारा दी जाने हर एक इनफार्मेशन को जनता या अन्य किसी अहम् इनफार्मेशन को दर्सको तक पहुंचाने का काम मास कम्युनिकेशन के द्वारा किया जाता है।
Mass Communication के अंतर्गत टीवी, सोशल मीडिया, रेडियो, समाचार पत्र, मैगज़ीन, डिजिटल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, आदि आते है। इन प्लेटफार्म के जरिये से न्यूज़ का ब्राडकास्टिंग किया जाता है। जिससे आम दर्शक तक सभी इनफार्मेशन बड़ी आसानी से पहुंच पाती है।
इसके लिए स्टूडेंट को Mass communication का कोर्स करना होता है। उसमे स्टूडेंट को मीडिया से जुड़े प्रत्येक इनफार्मेशन को स्टूडेंट दी जाती है। ताकि बेहतरीन तरीके से मीडिया किसी भी इनफार्मेशन को दशक के सामने प्रस्तुत कर पाए। और सही इनफार्मेशन दर्शक मिल पाए।
Mass communication course in hindi
बता दे मास कम्युनिकेशन के लिए कई कोर्स कराये जाते है। जिसमे डिप्लोमा कोर्स ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स शामिल है। डिप्लोमा और ग्रेजुएशन कोर्स विद्यार्थी 12वी पास करने के बाद कर सकते है। और पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए पहले ग्रेजुएशन कोर्स पूरा करना होगा।
- BMC (बैचलर ऑफ़ मास कम्युनिकेशन)
- BJMC (बैचलर ऑफ़ जर्नलिस्म & मास कम्युनिकेशन)
- BJ (बैचलर ऑफ़ जर्नलिस्म)
- MJ (मास्टर ऑफ़ जर्नलिस्म)
- MJMC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिस्म & मास्स कम्युनिकेशन)
- MMC (मास्टर ऑफ़ मास कम्युनिकेशन)
- PG Diploma in Mass Communication
- BBJ (बैचलर इन ब्रॉडकास्ट जर्नलिस्म)
- MBJ (मास्टर इन ब्रॉडकास्ट जर्नलिस्म)
मास कम्युनिकेशन कोर्स कितने साल का होता है?
ऊपर बताये गए मास कम्युनिकेशन कोर्स की अवधि अलग अलग है। अगर 12वी के बाद मास कम्युनिकेशन में डिप्लोमा कोर्स करना चाहते है। तो डिप्लोमा कोर्स को 2 वर्ष में पूरा कर सकते है। अगर मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन डिग्री अर्जित करना चाहते है। तो स्टूडेंट को 2 – 3 वर्ष की पढाई करनी होगी। वही कम्युनिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री हासिल करने के लिए भी 2 वर्ष की पढाई करनी होगी।
मास कम्युनिकेशन कोर्स करने के लिए विद्यार्थी को पहले 12वी किसी भी विषय या स्टीम से पास करना होगा। १२वी में विद्यार्थी का 45% मार्क्स होना चाहिए। उसके बाद वह डिप्लोमा या ग्रेजुएशन कोर्स में प्रवेश ले सकता है और ग्रेजुएशन कोर्स पूरा करके पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में प्रवेश ले सकता है।
मास कम्युनिकेशन के लिए कॉलेज
अगर आप मास कम्युनिकेशन कोर्स करना चाहते है तो आप इन कॉलेज और यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेकर कोर्स कर सकते है। और मास कम्युनिकेशन क्षेत्र में करियर सेट कर सकते है।
1 | IIMC – इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन | दिल्ली |
2 | JMI – जामिआ मिलिया इस्लामिआ | दिल्ली |
3 | मनिपाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ कम्युनिकेशन | मणिपाल |
4 | डिपार्टमेंट ऑफ़ कम्युनिकेशन हैदराबाद यूनिवर्सिटी | हैदराबाद |
5 | ज़ेवियर इंस्टिट्यूट ऑफ़ कम्युनिकेशन | मुंबई |
6 | इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज | नॉएडा |
7 | एमिटी स्कूल ऑफ़ कम्युनिकेशन | नॉएडा |
8 | एमिटी यूनिवर्सिटी | लखनऊ |
9 | NIMCJ – नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिस्म | अहमदाबाद |
10 | जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी | जयपुर |
मास कम्युनिकेशन सैलरी
अक्सर स्टूडेंट का यह प्रश्न रहता है। की मास कम्युनिकेशन कोर्स पूरा करने के बाद कितना सैलरी मिल सकता है। तो मैं बता दू वेतन कर्मचारी के योग्यता और अनुभव पर निर्भर करता है। साथ ही आप किस पद से नौकरी की शुरुआत करते है। वह निर्भर करता है। अगर आप न्यूज़ रिपोर्टर या संवादाता के रूप में शुरुआत करते है। तो 10 हजार से 25 हजार रूपये के बीच में शुरुआती दौर में सैलरी मिल सकती है।
यह सैलरी कुछ समय के बढ़ जायेगा। जैसे कर्मचारी को अनुभव आता जायेगा। उसी प्रकार से उसकी सैलरी भी बढ़ती जाएगी। उसके पश्चात् नौकरी अवसर या अधिक वेतन वाली नौकरी के अवसर कर्मचारी के पास आते जायेंगे। लेकिन इसके लिए कर्मचारी के पास अनुभव होना ज़रूरी है।
मास कम्युनिकेशन करने के फायदे
Mass communication कोर्स करने के बहुत सारे फायदे हो सकते है। अगर आप मीडिया क्षेत्र या इनफार्मेशन आदान प्रदान करने में इंटरेस्ट रखते है। मीडिया क्षेत्र में बहुत सारे करियर अवसर मौजूद है जिसमे स्टूडेंट करियर सेट कर सकते है। आइये जानते है।
- न्यूज़ रिपोर्टर
- न्यूज़ प्रोडूसर
- मीडिया स्ट्रैटिजी
- मीडिया प्लानिंग
- डिजिटल मीडिया
- सोशल मीडिया
- टेलेविजन
- न्यूज़ एंकर
- फोटो जर्नलिस्ट
- वीजे
- आरजे
- कंटेंट राइटर
- ब्राडकास्टिंग
- सब्जेक्ट रिसर्च
- मीडिया लॉ एंड एथिक
- स्क्रिप्ट राइटर
- कैमरा मैन
- फिल्म एंड विडिओ एडिटर
- आर्ट डायरेक्टर
डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन
मास कम्युनिकेशन कोर्स में डिप्लोमा काफी पॉपुलर कोर्स है। अगर आप 12वी पास कर चुके है तो आप मास कम्युनिकेशन में डिप्लोमा कोर्स कर सकते है। डिप्लोमा कोर्स की अवधि 2 वर्ष की होती है। डिप्लोमा कोर्स पूरा करके मीडिया क्षेत्र में नौकरी के अलावा अन्य करियर अवसर मौजूद है। जिसमे करियर सेट कर सकते है।
आशा करते है मेरे द्वारा लिखा लेख Mass communication in hindi – मास कम्युनिकेशन क्या है सम्बंधित जानकारी आपको मिली होगी। और आपको मास कम्युनिकेशन कोर्स को करने में सहायता मिला होगा। इस कोर्स के लिए विद्यार्थी के पास कई विकल्प जैसे डिप्लोमा ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन करने के अवसर विद्यार्थी के पास होते है।
यदि इस लेख से जुड़ा आपका कोई भी प्रश्न है। उसे आप कमेंट सेक्शन के जरिये पूछ सकते है। उसका उत्तर आपको अवश्य दिया जायेगा। ऐसी ही जानकारी के लिए ब्लॉग पर पहले से कई आर्टिकल पब्लिश किये जा चुके है जिसे आप पढ़ सकते है। इस लेख से सहायता मिला हो तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूले।