ऐसे हम लोगो के मन में कई बार प्रश्न आते रहते हैं। कई बार हम लोग ऐसी घटनाओं को देखते हैं। फिर उसके बारे में खुद खोज करते हैं। कि क्या पुलिस को मारने का अधिकार है कई लोगों को यह जानकारी नहीं होता है। कि पुलिस की मार कैसे होती है. पुलिस का अधिकार क्या है. उसी पर इस लेख में चर्चा करेंगे और जानकारी प्राप्त करेंगे।
अक्सर आपने कई बार देखा होगा पुलिस कई लोगों को छोटी-मोटी गलतियों के लिए मारना पीटना शुरू कर देती है। लेकिन पुलिस को मारने का कब अधिकार है और पुलिस कब मार सकती है। ऐसे वैसे किसी को चलते फिरते तो पुलिस मार नहीं सकती है। लेकिन फिर कैसे और कब मार सकती है उस पर हम आपको जानकारी देंगे।
पुलिस आम जनता की संरक्षण होती है। जो कानून के दायरे में सभी आम लोगों को रहने का सबक सिखाती है। किसी तरह का क्राइम होने पर चोरी होने पर किसी अन्य प्रकार के गलत कामों को करने वाले लोगों को सबक सिखाना और उन पर कानूनी कार्रवाई करना पुलिस का काम होता है।
लेकिन क्या पुलिस ऐसे किसी को मार सकती है प्रश्न यह है. तो आपको पता होना चाहिए पुलिस ऐसे तो किसी को नहीं मार सकती है। पुलिस एक तरह से आम लोगों के संरक्षण के लिए होती है। जो क्राइम को करने से रोकती है गलत कामों को करने से रोकती है।
क्या पुलिस को मारने का अधिकार है?
बहुत सारे ऐसे व्यक्ति हैं। जो इन बातों से डरते हैं कि पुलिस मारेगी। लेकिन पुलिस ऐसे किसी को मार नहीं सकती हैं। बिना न्यायालय के आदेश के पुलिस किसी को हाथ भी नहीं लगा सकती है। अगर आपके मन में यह डर है। कि पुलिस कभी भी किसी को मार सकती है। तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है पुलिस हमेशा किसी को मार नहीं सकती है।
अगर किसी व्यक्ति के द्वारा क्राइम किया गया है। और वह अपना जुर्म कबूल कर रहा है। तो भी पुलिस को उस पर हाथ उठाने का अधिकार नहीं है। क्योंकि न्यायालय किसी को मारने का अधिकार नहीं देता है। अगर किसी पुलिस के द्वारा ऐसा किया भी जाता है। तो पीड़ित व्यक्ति पुलिस के खिलाफ आवाज उठा सकता है।
कई बार पुलिस जुर्म को खुलवाने के लिए यानी जुर्म के बारे में विस्तार से जानने के लिए मुजरिम को मारती है। लेकिन न्यायालय के द्वारा इसका भी किसी प्रकार का कोई अधिकार किसी पुलिस वाले को नहीं दिया जाता है। किसी मूवी मुजरिम को मारे का।
अगर किसी पुलिस के द्वारा अनावश्यक किसी व्यक्ति को मारा पीटा जा रहा है सताया जा रहा है। तो वह अपनी आवाज अपनी बात को कोर्ट में बता सकता है। और पुलिस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करवा सकता है। यह अधिकार आम व्यक्ति को होता है। लेकिन ऐसा करने से पहले उस व्यक्ति को एक बार सोच लेना चाहिए। क्योकि झूठा इल्जाम लगाने पर उल्टा करवाई भी हो सकता है।
पुलिस से बात करने का तरीका क्या है?
पुलिस से बात करने का तरीका काफी आसान होता है। पुलिस से आप आम भाषा में बात कर सकते हैं। लेकिन आपको सही ढंग से सही शब्दों का इस्तेमाल करके सम्मान पूर्वक पुलिस से बात करना चाहिए। क्योंकि पुलिस हमारी संरक्षण है। हमें प्रोटेक्ट करती है। हमें कई अलग-अलग क्रिमिनालिस्ट चोरो और कई अलग-अलग धटनाओ से बचाती है। इसलिए हमें पुलिस से काफी तहजीब तरीके से बात करना चाहिए।
वैसे पुलिस से बात करने के लिए लोग कई बार अलग-अलग भाषाओं का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन अब जहां भी रहते है वहां की लोकल लैंग्वेज में पुलिस से बात कर सकते हैं। या इंग्लिश में बात कर सकते हैं। लेकिन सम्मान पूर्वक आपको पुलिस से बात करना चाहिए यह आपको हमेशा ध्यान में रखना चाहिए।
पुलिस की मार कैसी होती है?
वैसे पुलिस को मारने का किसी प्रकार का कोई अधिकार नहीं है। न्यायालय के द्वारा किसी प्रकार का कोई अधिकार पुलिस को मारने का नहीं दिया गया है। इसलिए पुलिस किसी व्यक्ति को अनावश्यक मार नहीं सकती है। लेकिन कई लोगों का मानना है कि पुलिस का मार काफी भयानक होता है।
जब पुलिस किसी मुजरिम से उसका जुर्म को बुलवाने के लिए उसको मारती है। तो काफी अच्छी मार देते हैं। लेकिन ऐसा पुलिस वालों को बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। पुलिस की मार काफी खतरनाक होती है। लेकिन उसी मार से मुजरिम अपने जुर्म को कुबूलते हैं। और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होती है।
कई लोगों का मानना है। पुलिस अधिकांश जुर्म को खुलवाने के लिए मारती पीटी अलग-अलग तरीकों को अपनाती है। जिससे वह आसानी से मुजरिम से जुर्म को बुलवा पाएं।
पुलिस का अधिकार क्या है?
अगर पुलिस के अधिकार की बात की जाए। तो पुलिस के पास बहुत सारे ऐसे अधिकार होते हैं। जो आप को भी मालूम होना चाहिए। जैसे दबंग लोगों से प्रोटेक्ट करना आपको आपका अधिकार ना मिलना है। किसी बड़े लोगों के द्वारा आपका अधिकार खाना एफ आई आर दर्ज करना कानून के दायरे में आम इंसानों को चलाना किसी प्रकार का कोई जुर्म ना करने देना ऐसे न जाने कितने अधिकार पुलिस वालों के पास होते हैं।
किसी प्रकार का कोई क्रिमिनल केस ना होने देना किसी पर जुर्म ना होने देना अगर किसी के साथ गलत हो रहा है। तो उन्हें वह संरक्षण देते हैं। और उन्हें वह बचाते हैं इस प्रकार की कई जिम्मेदारियां पुलिस वालों पर होती है। अगर किसी व्यक्ति के ऊपर अत्याचार हो रहा है। उसको दबाया जा रहा है मारा जा रहा है। उसको परेशान किया जा रहा है। तो वह पुलिस के पास एफ आई आर दर्ज करवा सकता है। उसके बाद पुलिस उस पर कानूनी कार्रवाई कर सकती है।
अंतिम शब्द
अब आपको इस विषय का ज्ञान हो गया होगा। कि क्या पुलिस को मारने का अधिकार है. क्या पुलिस आम लोगों को मार सकती है, अगर ऐसा है तो कब पुलिस मार सकती है और कब नहीं मान सकती है. इस पर मैंने डिटेल्स में इस लेख में जानकारी दिया है। ऐसी जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग पर और भी आर्टिकल पब्लिश है उन्हें पढ़ सकते हैं अधिक जानकारी ले सकते हैं।
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