आज के इस आधुनिक युग में अधिकतर व्यक्ति लाइफ इन्शुरन्स और टर्म इन्शुरन्स लेना पसद करते है। लेकिन अधिकतर लोगो को इस विषय पर अधिक जानकारी नहीं होती है। जैसे टर्म इंश्योरेंस का मतलब क्या है. लाइफ इंश्योरेंस का मतलब क्या है. क्या जीवन बीमा और टर्म इंश्योरेंस के बीच अंतर है. इस विषय पर अधिक जानकारी नहीं होती है।
Life Insurance और Term Insurance हम में से बहुत सारे लोग अपने परिवार और प्रियजन की सुरक्षा के लिए खरीदते है। इन्शुरन्स प्लान परिवार के लिए और अपने लिए खरीदना भी आवश्यक है। क्योकि घर के मुखिया या कमाने वाले व्यक्ति की असामयिक मृत्यु के बाद परिवार पूरी तरह से टूट जाता है। ऐसे में बीमा कम्पनिया बीमित व्यक्ति के परिवार को आर्थिक मदद करती है।
टर्म इन्शुरन्स और जीवन बीमा में कोई खास अंतर नहीं होता है। जिसका जिक्र हम आगे के लेख में करेंगे। इन बीमा में से कोई भी बीमा आप खरीद सकते है। अपना और अपने परिवार की सुरक्षा को बढ़ा सकते है। मार्किट में बहुत सारी इन्शुरन्स कम्पनियाँ मौजूद है। जिससे आप इन्शुरन्स करवा सकते है।
बीमा कई प्रकार के होते है। जो उम्मीदवार अपने आवश्यकता के अनुसार बीमा खरीद सकता है। जिसमे उसे पहले विचार करने की आवश्यकता होती है। की परिवार के खर्चे, बच्चो की शिक्षा के खर्च, अन्य दायित्वों के खर्चो के पैसे प्रयाप्त है की नहीं। इस पर उमीदवार को पहले विचार करना चाहिए। उसके बाद बीमा प्लान चुनना चाहिए।
क्या जीवन बीमा और टर्म इंश्योरेंस के बीच अंतर है?
जीवन बीमा वह होता है। जिसमे बीमा प्रदाता और एक व्यक्ति के बीच कॉन्ट्रैक्ट होता है। जिसके लिए बीमा खरीदने वाले व्यक्ति को एक समयांतराल में प्रीमियम चुकानी पड़ती है। इसके बदले में बीमा प्रदाता व्यक्ति को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है। इसमें बीमाधारी व्यक्ति के मृत्यु या पालिसी मैच्योर होने पर उसको या उसके परिवार को एक मुश्कराशि का बीमा कंपनी भुगतान करती है।
टर्म इन्शुरन्स भी एक प्रकार का जीवन बीमा है। जो बीमित व्यक्ति का बीमा अवधि के दौरान असामयिक मृत्यु होने पर आर्थिक मदद करता है। बीमित व्यक्ति के मृत्यु होने के पश्चात एक मुश्कराशि परिवार के नामांकित सदस्य को मुहैया किया जाता है। जिससे परिवार को आर्थिक कठिनाईयो से निकलने में मदद मिलता है।
जीवन बीमा और टर्म इन्शुरन्स के लाभ अलग होते है। टर्म इन्शुरन्स में बीमित व्यक्ति के अवधी के दौरान मृत्यु होने पर नामांकित व्यक्ति को लाभ राशि दे दिया जाता है। वही जीवन बीमा में बीमित व्यक्ति के मृत्यु पर या योजना के मच्योर होने पर लाभ मिलता है। जीवन बीमा मैच्योर लाभ के तुलना में टर्म इन्शुरन्स प्लान में मृत्यु दर में दी गयी लाभ अधिक होती है।
टर्म इन्शुरन्स में बीमित व्यक्ति यदि प्रीमियम देना बंद कर देता है। तो योजना के लाभ बंद हो जाते है। और ली गयी योजना समाप्त हो जाती है। लेकिन जीवन में बीमा में ऐसा नहीं है। जीवन बीमा योजना की अवधि समाप्त कर लेने बाद मैच्योर लाभ मिलेगा। यदि बीच में ही बीमित व्यक्ति बीमा को छोड़ता है। तो उस योजना के पूरे बचत के हिस्से से कुछ भी वापस नहीं होगा। सिर्फ जमा किया गया प्रीमियम ही वापस होगा।
इसके अतिरिक्त कई प्रकार के अंतर होते है। टर्म इन्शुरन्स और लाइफ इन्शुरन्स योजना से किफायती होती है। टर्म इन्शुरन्स पालिसी में व्यक्ति को न्यूनतम खर्च में बेहतरीन सुरक्षा कवर मिल जाता है। टर्म इन्शुरन्स मृत्यु के जोखिम को कवर करता है।
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टर्म इंश्योरेंस का मतलब क्या है?
टर्म इन्शुरन्स एक प्रकार का जीवन बीमा ही होता है। जो बीमित व्यक्ति को और उसके परिवार को कवर करता है। जिसके लिए टर्म प्लान बैंक से या इन्शुरन्स कंपनी से खरीदना पड़ता है। उसके बदले में बीमाहोल्डर को प्रीमियम भरना होता है। प्रीमियम प्लान पर निर्भर करता है। टर्म इन्शुरन्स प्लान उम्मीदवार अपने ज़रुरत के हिसाब से चुन सकता है।
बीमा प्रदाता के द्वारा बीमित व्यक्ति की बीमा के अवधि में असामयिक मृत्यु पर बीमा कंपनी एक मुश्कराशि का भुगतान करती है। जिससे परिवार को आर्थिक मदद मिलता है। उस रकम को परिवार अपने खर्चो में इस्तेमाल करता है।
लाइफ इंश्योरेंस का मतलब क्या है?
लाइफ इन्शुरन्स करवाना एक अहम कार्य बन गया है। अधिकतर व्यक्ति के द्वारा लाइफ इन्शुरन्स ख़रीदा जाता है। लाइफ इन्शुरन्स बैंक से या इन्शुरन्स कंपनियों से आप बड़ी आसानी से खरीद सकते है। इसके लिए बीमाहोल्डर या बीमा खरीदने वाले व्यक्ति को प्रीमियम चुकानी होती है। जो उसके इन्शुरन्स प्लान पर निर्भर करता है।
जीवन बीमा व्यक्ति और बीमा प्रदाता के बीच एक कॉन्ट्रैक्ट होता है। जिसमे बीमा कंपनी बीमित व्यक्ति को सुरक्षा कवर मुहैया करता है। बीमा अवधि के दौरान बीमित व्यक्ति का असामयिक मृत्यु हो जाने पर या इन्शुरन्स मैच्योर हो जाने पर बीमित व्यक्ति को मुश्क राशि का लाभ मिलता है।
जीवन बीमा का मलतब आप इस तरह समझ सकते है। कि बीमा प्रदाता बीमित व्यक्ति को आर्थिक मदद मुहैया करता है। यानि बीमित व्यक्ति के मृत्यु होने या बीमा मैच्योर होने पर बीमा कम्पनी एक मुश्क राशि बीमित व्यक्ति को देती है। यानि बीमा अवधी में बीमा प्रदाता बीमित व्यक्ति के घटना को आर्थिक रूप से कवर करता है।
इंश्योरेंस के क्या फायदे हैं?
लाइफ इन्शुरन्स हो या टर्म इन्शुरन्स हो इसके कई फायदे होते है। इन्शुरन्स प्लान लेने से अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा बढ़ा सकते है। इन्शुरन्स प्लान व्यक्ति अपने ज़रुरत के हिसाब से चुन सकता है। इन्शुरन्स करवाने पर आयकर में भी छूट मिलती है। घर के कमाने वाले व्यक्ति की असामयिक मृत्यु होने पर परिवार और प्रियजन को आर्थिक मदद मिलता है।
दुर्घटना से बीमित व्यक्ति की मृत्यु पर इन्शुरन्स कंपनी कवर करती है। इन्शुरन्स में निवेश करके मुनाफा भी कमा सकते है। जिसमे डबल फायदे बीमित व्यक्ति के होते है। बीमा प्रदाता के द्वारा कई प्रकार की बीमा योजना चलाई जाती है। जिसमे कई अलग अलग फायदे बीमित व्यक्ति को दिए जाते है।
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इस लेख में मैंने पाठको के साथ शेयर किया है कि क्या जीवन बीमा और टर्म इंश्योरेंस के बीच अंतर है और जीवन बीमा और टर्म इन्शुरन्स का मतलब क्या होता है। इसके अतिरिक्त इन्शुरन्स से जुडी जानकारी मैंने लेख में मेंशन किया है। जो आप ऊपर के लेख में पढ़ सकते है। और बीमा से जुडी इनफार्मेशन ले सकते है।
इस ब्लॉग पर मैंने इन्शुरन्स से जुड़े कई आर्टिकल पहले से पब्लिश किये है। जो आप पढ़ सकते है और अधिक जानकारी इन्शुरन्स से जुडी प्राप्त कर सकते है। यह लेख पसंद आया हो इससे साहयता मिला हो। तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूले। ताकि और लोगो तक यह लेख पहुंच सके।