ईएमआई से जुडी कई जानकारी इंटरनेट पर सर्च की जाती है ईएमआई क्या है. Emi का मतलब हिंदी में क्या होता है. ई एम आई का फुल फॉर्म क्या होता है. यदि आप भी जानना चाहते हो इन सवालो के विस्तृत जवाब तो आप सही लेख पर आ चुके हो इस लेख को अंत तक पढ़े।
वर्तमान में सभी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए लोन उपलब्ध है इसलिए अधिकांश लोग लोन लेकर सभी कार्यो को पूरा करते है चाहे वो बैंक लोन हो या क्रेडिट कार्ड लोन हो इसे अपने इस्तेमाल में लेकर अपने कामो को पूरा किया जा सकता है।
लेकिन यही बैंक के पैसो का भरपाई EMI के माध्यम किया जाता है ईएमआई के जरिये कई ऑनलाइन प्लेटफार्म या ऑफलाइन प्लेटफार्म पर शॉपिंग भी किया जा सकता है किसी भी वस्तु को बड़ी आसानी से ख़रीदा जा सकता है और उस वस्तु का भुगतान थोड़े थोड़े पैसो में कर सकते है।
ईएमआई क्या है – What is EMI in hindi?
जब हम किसी ज़रूरत को पुरा करने के लिए लोन लेते है चाहे वो बैंक किसी अन्य संस्था से हो उसे हमे आगे चलकर चुकाना होता है लोन का पूरा पैसा एक साथ मिल जाता है लेकिन उस पैसो को एक बार में चुकाना मुश्किल होता है।
इसीलिए बैंक या कोई अन्य संस्था उस पैसे के भरपाई के लिए ईएमआई लागु करती है इसमें ग्राहक को हर महीने तय राशि बैंक को व्याज के साथ जमा करना होता है यह हर महीने सामान किस्तों में बैंक को देना होता है इसे ईएमआई कहते है।
कई बार किसी वस्तु (Products) को ईएमआई या क़िस्त पर खरीदते है इस अवस्था में वस्तु तुरंत मिल जाता है लेकिन उस वस्तु की कीमत को किस्तों में यानि हर महीने फिक्स्ड ईएमआई जमा करना होता है इसमें व्याज भी जुड़ा होता है।
ईएमआई को इस प्रकार से समझे किसी बड़े अमाउंट को थोड़ा थोड़ा करके जमा करना EMI पर आज के समय हर कंपनी वस्तु बेचती है और बैंक ग्राहकों को लोन मुहैया करवाती है और उसे किस्तों में विभाजित करके ग्राहक से वसूलती है उसे EMI कहते है।
ई एम आई का फुल फॉर्म।
अब प्रश्न उठता है की ईएमआई का पूरा नाम क्या होता है अक्सर लोगो को नहीं पता है तो मैं आपको बता दू की EMI Full Form (Equated Monthly Installment) तथा हिंदी अर्थ सामान्य मानसिक किश्त होता है।
यह एक मानसिक किश्त होता है जिसे महीने दर महीने भरना होता है यह पहले से तय किया हुआ अमाउंट होता है जिसे एक तय दिनांक में भुकतान करना होता है।
ईएमआई कैसे काम करता है?
ईएमआई को किस प्रकार से तय किया जाता है कैसे कार्य करता है कब जमा करना होता है ऐसे तमाम सवाल आपके मन में भी उठ रहे होंगे इसका जवाब एक उदाहरण के जरिये आपको देता हूँ।
जब बैंक किसी व्यक्ति को बैंक लोन देता है उस लोन राशि पर व्याज अवधी के हिसाब से जोड़कर हर महीने की किश्त बना देता है उसी किश्त की भरपाई करनी होती है।
- उदाहरण : मान लीजिए आपने एक साल के लिए 50,000 हजार का लोन लिया इस राशि पर 12 प्रतिशत व्याज बैंक द्वारा लगाया गया है अब कुल अमाउंट 56000 रूपये पुरे साल के बन रहे है लेकिन इसे 12 महीने चुकाना है तब हर महीने 4666 रूपये देने होंगे इसमें मूल्य धन और व्याज धन जुड़ा हुआ है।
- उदाहरण : मान लीजिये एक फ्रीज आपने किश्त पर ख़रीदा फ्रिज की कीमत 30,000 रूपये है और इसका भुकतान आप 12 किश्तों में करना चाहते है इस राशि पर दुकानदार ने 6 प्रतिशत व्याज जोड़कर 31800 रूपये बनाया अब आपको हर महीना 2650 रूपये देने होंगे जिसमे से 2500 मूल्य धन है और 150 व्याज धन है जो आपको हर महीने देने होंगे।
ईएमआई का भुकतान कैसे करते है?
अब सवाल उठता है की भुकतान कैसे चूकाते है तो इसके कई तरीके हो सकते है आप चाहे तो इंटरनेट बैंकिंग डेबिट कार्ड क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन घर बैठे भुकतान कर सकते है दूसरा आप चाहे ऑफलाइन बैंक जाकर भी कर सकते है कई बार बैंक अकाउंट बैलेंस मेन्टेन करने होते है तो सीधे बैंक से भी काट लिया जाता है।
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ईएमआई के फायदे।
- किसी भी ज़रूरत को आसानी से पूरा किया जा सकता है EMI के जरिये।
- किसी वस्तु को Emi के जरिये आसानी से ख़रीदा जा सकता है।
- ईएमआई की अवधी अपने हिसाब से तय कर सकते है।
- ईएमआई घर बैठे समय पर जमा कर सकते है।
- ईएमआई की सुविधा अलग अलग कार्यो और वस्तुओ पर बड़ी आसानी से मिल जाता है।
- किसी बड़े अमाउंट को छोटे छोटे अमाउंट से पूरा कर सकते है।
आज अपने क्या सीखा?
यह लेख सिखाता है की ईएमआई क्या है. कैसे तय किया जाता है. ईएमआई की भुकतान कैसे करते है. ईएमआई का पूरा नाम क्या होता है. इसके अलावा कई प्रश्न के उत्तर इस आर्टिकल में दिए गए है इस लेख से आप बड़ी आसानी से यह जान सकते है की Emi क्या है, कैसे काम करता है उम्मीद है यह लेख आपको पसंद आया होगा।
यदि इस लेख से सम्बंधित कोई प्रश्न है तो आप उसे पूछ सकते है उसका उत्तर आपको अवश्य दिया जायेगा अगर आपका इस ब्लॉग से सम्बंधित कोई सुझाव है उसे आप मुझे बताना चाहते है तो आप कांटेक्ट पेज से मुझे बता सकते है।
emi का मतलब हिंदी, में आपको समझ आया हो तो इस लेख को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर करना न भूले ताकि और लोगो को यह जानकारी हो पाये।