कॉमर्स से पढाई करने वाले स्टूडेंट के दिमांग में बहुत सारे प्रश्न रहते है। जैसे कॉमर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं – कॉमर्स से क्या बन सकते है. कॉमर्स विषय में करियर कैसे बनाये, कॉमर्स जॉब लिस्ट एंड सैलरी कितनी होती है इन प्रश्नो के उत्तर इस लेख के माध्यम से मैं आपको देने वाला हूँ। इसके लिए यह लेख आपको पूरा रीड करना करना होगा।
हर स्टूडेंट अलग अलग स्टीम लेकर पढाई करता है। कोई कॉमर्स से पढाई करता है तो साइंस साइट से पढाई करता है वही कोई आर्ट्स साइट से पढाई करता है। लेकिन बहुत सारे विद्यार्थी को स्टीम में जॉब अवसर सैलरी और सब्जेक्ट के बारे में अधिक जानकारी नहीं होती है। इन सभी से सम्बंधित कई प्रश्न स्टूडेंट के दिमाग में होते है।
स्टूडेंट 10वी और 12वी में ही अपना स्टीम चुन लेते है। वही से निर्धारित करना रहता है की किस क्षेत्र में पढाई करना है। और पढाई करके क्या बनना है। यह विद्यार्थी 10वी से पहले से या 10वी पास करने के बाद निर्धारित करते है वही कई विद्यार्थी 12वी के बाद यह सोचते है की आगे किस क्षेत्र में पढाई करना है। और भविष्य क्या बनना है।
मुझे पता है यह निर्धारित करना एक विद्यार्थी के लिए सबसे बड़ा टास्क होता है। इसे लाइफ में सबसे बड़ा चुनाव और टर्निंग पॉइंट माना जाता है। यही से विद्यार्थी के विषय और पढाई करने के तरीके बदल जाते है। जो क्षेत्र विद्यार्थी चुनता है उसीमें उसे पढाई पूरी करनी होती है। और उसी क्षेत्र में करियर भी बनाना रहता है।
कॉमर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं?
कॉमर्स का अर्थ वाणिज्य या व्यवसाय होता है यह एक स्टीम होता है इसमें कई सब्जेक्ट होते है। इस स्टीम में वह स्टूडेंट अधिक रूचि लेते है। जो Business, Finance, और Banking Sector में करियर बनाना चाहते है या रूचि रखते है उनके लिए Commerce साइट से पढाई करना अच्छा साबित हो सकता है।
अक्सर वही कॉमर्स स्टीम की पढाई करते है जो बैंकिंग, आयकर, बिज़नेस, फाइनेंस एडवाइजर, फाइनेंस की ज्ञान रखने, और इस क्षेत्र में रूचि रखने वाले ही स्टूडेंट कॉमर्स की पढाई करते है। फिर वह बैंकिंग सेक्टर फाइनेंस आयकर विभाग में करियर बनाते है। तो उनके लिए यह एक बेहतरीन स्टीम होता है।
कॉमर्स स्टीम में कई सब्जेक्ट होते है। इस स्टीम को स्टूडेंट 10वी के बाद चुन सकता है और कॉमर्स के सब्जेक्ट की पढाई 11वी और 12वी में कर सकता है। कॉमर्स में कई कॉमन सब्जेक्ट होते है जिसे विद्यार्थी को लेना ही पड़ता है। वही कुछ सब्जेक्ट स्टूडेंट के ऊपर निर्भर करता है। जिसका चुनाव स्टूडेंट को करना पड़ता है।
Commerce की पढाई करने के बाद स्टूडेंट को बहुत सारे विकल्प मिल जाते है। जिसमे स्टूडेंट अपने इंटरेस्ट के हिसाब से करियर चुन सकता है। उसके बाद स्टूडेंट को आगे की पढाई कोर्स के मुताबिक करना होता है। सभी कोर्सो की पढाई अलग अलग हो सकती है सब्जेक्ट भी अलग हो सकते है।
- आर्ट्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं?
- बैंक में नौकरी के लिए कौन सा कोर्स करें?
- आर्ट्स में कौन कौन सी जॉब होती है?
- 12वीं के बाद आईएएस की तैयारी कैसे करें?
Commerce Subject List in hindi.
कॉमर्स स्टीम में कई सब्जेक्ट होते है। जिसमे कुछ सब्जेक्ट कॉमन होते है। जिसे स्टूडेंट को पढ़ना ही पड़ता है। वही कुछ सब्जेक्ट इक्छा अनुसार विद्यार्थी को चुनना रहता है। अगर यह विषय नहीं चुनना चाहते है तो उसके जगह पर कोई दूसरा सब्जेक्ट चुन सकते है। और कॉमर्स में पढाई कर सकते है।
- इकोनॉमिक्स (Economics)
- एकाउंटेंसी (Accountancy)
- बिज़नेस स्टडीज (Business Studies)
- एंट्रेप्रेनरशिप (Entrepreneurship)
- मैथमेटिक्स (Mathematics)
- इंग्लिश (English)
- फिजिकल एजुकेशन (Physical Education)
- इन्फार्मेटिक्स प्रैक्टिस (Informatics Practice)
ये सब्जेक्ट अधिकतर बोर्ड में 11वी और 12वी में देखने को मिल जाते है। इसमें से कुछ सब्जेक्ट कॉमन है कुछ ऑप्शनल सब्जेक्ट होते है जो स्टूडेंट अपने इंटरेस्ट के हिसाब से चुन सकता है आइये जानते है कौन से सब्जेक्ट कॉमन है।
कॉमन सब्जेक्ट।
कॉमन सब्जेक्ट विद्यार्थी को कॉमर्स स्टीम चुनने पर पढ़ना ही होगा। यह सब्जेक्ट आपको 11वी और 12वी कक्षा में देखने को मिल जाते है। इन विषय की अधिकतर बोर्ड में पढाई कराया जाता है।
- इकोनॉमिक्स (Economics)
- एकाउंटेंसी (Accountancy)
- इंग्लिश (English)
- बिज़नेस स्टडीज (Business Studies)
ऑप्शनल सब्जेक्ट।
- मैथ (mathematics)
- कंप्यूटर साइंस (Computer science)
- इन्फार्मेटिक्स प्रैक्टिस (informatics practice)
- होम साइंस (Home Science)
- मनोविज्ञान (Psychology)
- फाइन आर्ट्स (Fine Arts)
- फिजिकल एजुकेशन (Physical Education)
- लैंग्वेज : हिंदी, फ्रेंच, जर्मन,
- बिज़नेस स्टडीज (Business Studies)
- लीगल स्टडीज (Legal Studies)
- सिविक्स (Civics)
- इन्शुरन्स पालिसी (Insurance Policy)
- अकाउंट और ऑडिट (Account And Audit)
- मार्केटिंग एंड सेल्समैनशिप
- इंडस्ट्रियल संगठन (Industrial Organization)
- बैंकिंग (Banking)
इन सब्जेक्ट के अलावा भी आपको 11वी और 12वी में अलग अलग बोर्ड में और सब्जेक्ट देखने को मिल जाते है। यह सब्जेक्ट सभी बोर्ड में आपको अलग अलग सत्र में मिल सकते है आप जिस भी बोर्ड से पढाई कर रहे है। उसके सिलेबस को चेक कर सकते है।
बीकॉम के सामान्य सब्जेक्ट।
अगर 12वी पास करने के बाद बीकॉम कोर्स करना चाहते है तो आपको निचे बताये गए सब्जेक्ट में कई सब्जेक्ट की पढाई करनी होगी। जोकि अलग अलग सेमेस्टर में यह सब्जेक्ट आपको पढ़ाये जानेगे।
- एकाउंटेंसी (Accountancy)
- फाइनेंसियल सिस्टम (Financial Systems)
- टैक्सेशन (Taxation)
- बिज़नेस मैनेजमेंट (Business Management)
- फाइनेंसियल एकाउंटिंग (Financial Accounting)
- बिज़नेस एकनॉमिनक्स (Business Economics)
- कंपनी लॉ (Company Law)
- कॉस्ट एकाउंटिंग (Cost Accounting)
- मार्केटिंग (Marketing)
- फाइनेंसियल इकोनॉमिक्स (Financial Economics)
- मैनेजमेंट एंड इनफार्मेशन सिस्टम (Management and Informations Systems)
- ऑडिटिंग (Auditing)
- ओर्गनइजेशनल मैनेजमेंट (Organizational Management)
- इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (Information Technology)
यह सब्जेक्ट बीकॉम कोर्स करने पर आपको मिलेंगे। बता दे यह सब्जेक्ट अलग अलग यूनिवर्सिटी में आपको आगे पीछे वाले सेमेस्टर में देखने को मिल जायेंगे। हर विश्वविद्यालय का सिलेबस अलग अलग हो सकता है।
कॉमर्स से क्या बन सकते है?
यह प्रश्न अधिकतर कैंडिडेट के मन में रहता ही है। अगर आप कॉमर्स की पढाई कर रहे है या पढाई पूरी कर चुके है तो यह प्रश्न आपके मन में भी होगा कि कॉमर्स स्टूडेंट किन क्षेत्रों में करियर बना सकते है। चलिए देखते है।
- कॉस्ट अकाउंटेंट (Cost Accountant)
- बिज़नेस अकाउंटेंट एंड टैक्सेशन (Business Accountant and Taxation)
- रिटेल मैनेजर (Retail Manager)
- बिज़नेस डेवलपमेंट एग्जीक्यूटिव (Business Development Executive)
- कंपनी सेक्रेटरी (Company Secretary)
- पर्सनल फाइनेंसियल एडवाइजर (Personal Financial Advisor)
- रिसर्च एनालिटिक्स (Research Analyst)
- इंटरप्रेन्योर (Entrepreneur)
- सीईओ (Chief Executive Officer)
- सीए (Chartered Accountant)
- मार्केटिंग मैनेजर (Marketing Manager)
- इन्वेस्टमेंट बैंकर (Investment Banker)
- ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर (Human Resource Manager)
- सीएफए (Chartered Financial Analyst)
- सीपीए (Certified Public Accountant)
- मुंशी (Actuary)
- बैंकिंग सेक्टर (Banking Sector)
कॉमर्स विषय में करियर।
ऊपर लेख में बताये क्षेत्रों में कॉमर्स स्टूडेंट अपना करियर सेट कर सकते है। इसके अलावा भी बहुत सारे क्षेत्र है जिसमे कॉमर्स स्टूडेंट करियर सेट कर सकते है। इन क्षेत्र में करियर के बहुत सारे अवसर है और इन क्षेत्रो में एम्प्लोयी को अच्छी सैलरी भी मिल जाती है।
आशा करते है मेरे द्वारा शेयर की गयी जानकारी कॉमर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं इसके अलावा भी कॉमर्स स्टूडेंट के लिए नौकरी अवसर किन-किन क्षेत्रों में है। इसकी भी मैंने जानकारी दी है। इस ब्लॉग पर इसी तरह की जानकारी मैं शेयर करता रहता हूँ अधिक जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग पर पहले से पब्लिश आर्टिकल को पढ़ सकते है।
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