भारत में विभिन्न प्रकार के लोग रहते है सभी की आर्थिक स्थिति अलग अलग होती है इसी स्थिति को देखते हुए बैंक खाते को बनाया गया भारत में बैंक का इतिहास दो सौ वर्ष पुराना है देश में विभिन्न प्रकार के लोग विभिन्न प्रकार से रहते है जिनकी विभिन्न प्रकार की आय होती है उन्ही को देखते हुए बैंक खातों का निर्माण किया गया
बैंक क्या है Bank in Hindi
बैंक एक वो संस्था है जो अपने ग्राहकों का पैसे सुरक्षित करने का काम करती है तथा ग्राहकों को उधार पैसे देना उनका पैसा अपने पास सुरक्षित रखना काम होता है बैंक ऐसी संस्था है
जो अपने ग्राहकों को धन से सम्बंधित लेन देन के समस्त कार्य करती है हर किसी को बैंक की जरूरत होती है क्योंकि आज के समय में हर किसी को पैसा सेव करना ही होता है इस लिए लगभग लोगो का अकाउंट बैंक में होता है
बैंक में खाते कितने प्रकार के होते है?
1. चालू खाता Current Account-बड़े बड़े व्यापारी स्कूल या संसथान इत्यादी ऐसे लोग जिन्हे रोज अपने खाते से पैसे जमा तथा निकलना डालना होता है ऐसे लोग चालु खातों का प्रयोग करते है चूँकि बचत खाते में अनगिनत बैंक जमा स्वीकार करता है मगर अनगिनत निकासी नहीं कर सकते अतः ऐसे लोग चालू खाता खोलवाना अधिक पसंद करते है
2. बचत खाता Saving Account-इसे किसी भी बैंक में बहुत न्यूनतम राशि देके खोलवाया जा सकता है। तथा हर बैंक की ये न्यूनतम राशि अलग अलग होती ये अधितर बैंक 1000 से 3000 तक होती है इस प्रकार के बैंक खातों से अपनी जमा कभी भी निकाला अथवा डाला जा सकता है ऐसे खातों से अपनी जमा निकालने के लिए खाताधारक के पास बैंक निकासी फॉर्म (Withdrawal form) चेक (Cheque) जारी करके या ए०टी०एम० (ATM ) का प्रयोग करके अपनी निकासी स्वीकार कर सकता है
जिसके नाम से ही स्पष्ट है सात्विक अकाउंट सेविंग करने के लिए बनी है हम आप जैसे लोग चाहते है कि हर बार कुछ कुछ अमाउंट डालकर कर सेव रखे इस लिए ज्यादातर लोग सेविंग अकाउंट खुलवाना पसंद करते है तथा इसमें व्याज (Interest) अधिक मिलता है और कम से कम पैसे अपने अकाउंट में जमा एवं निकाले सा सकते है जितना ज्यादा जमा होगा उतना ही अच्छा रहेगा कोई भी व्यक्ति चाहे वो सरकारी कर्मचारी हो या निजी कर्मचारी हो या छात्र हो या कोई भी व्यक्ति अपना खाता खोलवा सकता है तथा इसमें ब्याज (Interest) अधिक मिलता है बचत खाता में कभी भी बैंक में अपनी राशि को डालने में कोई बाध्यता (Restriction) नहीं होती है परन्तु निकासी करने के लिए कुछ बाध्यता (Restriction) होती है जैसे आप 50 रुपीस से कम बैंक से नहीं निकल सकते हो तथा ATM से जितना मर्जी आप पैसे को निकल सकते है तथा इसमें न्युनतम राशि से अधिक पैसे निकलने पर बैंक ब्याज (Interest) काटता है।
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3. आवर्ती जमा खाता Recurring Deposit Account-आवर्ती जमा खाता में वे लोग खता खोलवाते है जो एक निश्चित समय में निश्चित धन जमा कर सके तथा उनको ब्याज भी अधिक मिलता है ब्याज जमा करने के आधार पर घट या बढ़ सकता है जैसे 10000 रूपीस प्रति माह जमा करने वाले अधिक ब्याज तथा उसी प्रकार 5000 रूपीस प्रति माह जमा करने वाले कम ब्याज मिलेगा।
इसे निश्चित राशी पाने वाले व्यक्ति को माह जमा करने वाले खुलवाते है जो प्रति जमा राशि पे ब्याज समय पुरा होने पर साथ में निकाल सके जैसे 1 या 2 साल तक का खाता है तो अवधी पूरी होने के बाद ब्याज सहित राशि मिलती तथा ऐसी के साथ खाते को भी बंद किया जाता है।
4 सावधि जमा खाता Fixed deposit Account-सावधि जमा खता में वे लोग खता खोलते है जो लोगो को एक बार में पैसे निकलने या डालने होते है इसमें भी आवर्ती जमा खाते की तरह ही एक अवधि समाप्त होने के बाद ही अपनी जमा को निकाल सकते है अवधी समाप्त होने के पूर्व निकलने पे इंट्रेस्ट चार्ज होगा तथा एक बार अमाउंट से निकल लेने के बाद खाते को बंद कर दिया जाता है
बैंको के प्रकार Types of Banks
1. व्यापारिक बैंक (Commercial Bank)
2. कृषि सहकारी बैंक (Agriculture Cooperative Bank)
3.औद्योगिक बैंक (Industrial Bank)
4. भूमि विकास बैंक (Land Development Bank)
5. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (Regional Rural Bank)
6. देशी बैंकर (Indigenous Bank)
7. केंद्रीय बैंक (Central Bank)
8. विदेशी विनिमय बैंक (Foreign Exchange Bank)
नोट:- मै उम्मीद करता हु कि आपको इस बैंक क्या है बैंक तथा खातों प्रकार पोस्ट से बहुत हेल्प मिली होगी और Bank से सम्बंधित सारे प्रॉब्लम दूर हो गये होंगे तथा टेक्नॉलॉजी एजुकेशन और बैंकिंग सिस्टम से सम्बंधित जानकारी मै लाता रहता हु ऐसे ज्ञानी पोस्ट को पढ़ने के लिए हमारे फेसबुक और इंस्टाग्राम के पेज को लाइक और फॉलो करे और सबसे पहले जानकारी पाये और आर्टिकल को शेयर करे। (धन्यवाद्)